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LIC share: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद संकट में घिरे गौतम अडानी समूह के साथ ही जीवन बीमा निगम (LIC) की भी मुश्किलें बढ़ी हैं। विवाद के बाद ना सिर्फ LIC के निवेश को नुकसान पहुंचा है बल्कि बीमा कंपनी के शेयरों में भी बड़ी गिरावट आई है। बीएसई इंडेक्स पर शुक्रवार को यह शेयर एक प्रतिशत गिरकर 584.65 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, बीते 1 फरवरी को यह शेयर 582.45 रुपये के ऑल टाइम लो लेवल तक गया था। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अब तक एलआईसी के शेयर लगभग 17% टूट गए हैं। वहीं, महीनेभर में एलआईसी का मार्केट कैप करीब 75 हजार करोड़ रुपये घट गया है। बता दें कि 24 जनवरी को एलआईसी का मार्केट कैप 4,44,141 करोड़ रुपये था जो शुक्रवार 24 फरवरी को 3,69,790 करोड़ रुपये पर रह गया।
हालांकि अडानी समूह के अंदरूनी सूत्रों ने जोर देकर कहा कि LIC ने इस साल जनवरी में कुछ लाभ अर्जित किया था। ये वो वक्त था जब LIC के शेयर की कीमतें 52-सप्ताह के उच्च स्तर के करीब थीं। आपको बता दें कि 17 मई 2022 को शेयर ने 920 रुपये के हाई को टच किया था। हालांकि, बीमा कंपनी ने अभी तक अपने अडानी पोर्टफोलियो में लाभ या हानि की स्थिति के बारे में बयान नहीं दिया है।
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LIC का कितना प्रतिशत तक निवेश
बीएसई को किए गए आखिरी खुलासे में LIC ने बताया था कि उसका सबसे बड़ा निवेश अडानी पोर्ट्स में था। इस कंपनी में 9.1% हिस्सेदारी थी। वहीं, अडानी समूह की छह अन्य कंपनियों में इसकी 1.25% से 6.5% तक की हिस्सेदारी थी। पिछले एक महीने में LIC के शेयर की वैल्यू करीब 17 फीसदी टूट चुकी है।
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LIC को कितना नुकसान हुआ
30 जनवरी को LIC ने बताया था कि अडानी समूह में दिसंबर के अंत तक बीमा कंपनी के इक्विटी और ऋण के तहत 35,917 करोड़ रुपये हैं। LIC ने बताया था कि अडानी समूह की सभी कंपनियों में इक्विटी का कुल खरीद वैल्यू 30,127 करोड़ रुपये है और 27 जनवरी, 2023 को इसका मार्केट वैल्यू 56,142 करोड़ रुपये पर था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते 23 फरवरी को मार्केट बंद होने तक यह मार्केट वैल्यू घटकर ₹27000 करोड़ पर आ गया।