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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप की मुश्किलें लगातार बढ़ी हैं। हालांकि, गुरुवार को अडानी ग्रुप के लिए अच्छी खबर आई। अमेरिकी पीई फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में बड़ा निवेश किया है। जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप में 15446 करोड़ रुपये (1.87 बिलियन डॉलर) लगाए हैं। हालांकि, इस इनवेस्टमेंट के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स को झटका लगा है। जीक्यूजी पार्टनर्स के ऑस्ट्रेलियन-लिस्टेड शेयरों में शुक्रवार को 3 पर्सेंट की गिरावट आई है।
अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों में लगाए 1.87 बिलियन डॉलर
जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों में टोटल 1.87 बिलियन डॉलर लगाए हैं। फ्लोरिडा बेस्ड कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स ने करीब 662 मिलियन डॉलर में अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं, पीई कंपनी ने 640 मिलियन डॉलर में अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन में 4.1 पर्सेंट हिस्सेदारी ली है। अडानी ट्रांसमिशन में 2.5 पर्सेंट हिस्सेदारी 230 मिलियन डॉलर में ली है। वहीं, अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5 पर्सेंट हिस्सेदारी करीब 340 मिलियन डॉलर में ली है।
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3 पर्सेंट गिरे हैं जीक्यूजी पार्टनर्स के शेयर
जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के शेयर 3 पर्सेंट गिरे हैं। वहीं, एसएंडपी/ASX200 बेंचमार्क इंडेक्स 0.4 पर्सेंट चढ़ा है। जीक्यूजी ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में यह इनवेस्टमेंट ऐसे समय में किया है, जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ग्रुप की मार्केट वैल्यू में तेज गिरावट आई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप को मिला यह पहला बड़ा इनवेस्टमेंट है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयर प्राइसेज में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
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डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।