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हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयरों में गिरावट का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो अब तक जारी है। इस बार अडानी समूह के शेयरों को MSCI (मोर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल) के फैसले की वजह से नुकसान हो रहा है। दरअसल, अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन को 31 मई से MSCI इंडिया सूचकांक से बाहर करने का फैसला लिया गया है।
इस ऐलान के बाद इस सप्ताह अडानी समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है और $10 बिलियन का नुकसान हो चुका है। अडानी ग्रुप की कंपनियों के फंड जुटाने की योजना पर भी ग्रहण लगने की आशंका है। इस वजह से भी निवेशक सहमे हुए हैं।
शेयरों का हाल: MSCI इंडिया सूचकांक से बाहर किए गए दो शेयर-अडानी टोटल गैस लिमिटेड और अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के लिए फरवरी के बाद यह सबसे खराब सप्ताह साबित हुआ है। इस सप्ताह BSE पर अडानी ट्रांसमिशन का शेयर करीब 20 प्रतिशत तक टूटा है। वहीं, इसका भाव 750 रुपये से नीचे आ गया है। वहीं, अडानी टोटल गैस में करीब 23 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। यह शेयर शुक्रवार को 5 प्रतिशत गिरकर 632 रुपये के स्तर पर था।
रिकवरी की कोशिश में शेयर: बता दें कि जनवरी के अंत में हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा धोखाधड़ी के आरोपों के बाद अडानी ग्रुप के मार्केट कैप में $150 बिलियन से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, इसके बाद शेयर रिकवरी की कोशिश कर रहे हैं। मार्च की शुरुआत में GQG पार्टनर्स द्वारा निवेश किए जान के बाद रिकवरी देखने को मिली। इसके अलावा समूह की ओर से कर्ज कम किए जाने या निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए रोड शो के आयोजन का भी फायदा मिला है। इसके बावजूद मार्केट-कैप का नुकसान वर्तमान में करीब 128 अरब डॉलर है।