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बीएसई ने अडानी समूह की चार कंपनियों के शेयरों के लिए सर्किट लिमिट बढ़ा दी है। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अडानी विल्मर लिमिटेड के लिए सर्किट लिमिट को संशोधित कर 5% से 10% कर दिया गया है। अडानी पावर सर्किट की लिमिट 5% से बढ़ाकर 20% कर दी गई है।
मंगलवार को अडानी विल्मर और अडानी ट्रांसमिशन के शेयर 0.61% की गिरावट और 1.4% की गिरावट के साथ क्रमशः 429.6 रुपये और 816.2 रुपये पर बंद हुए। अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 0.5% बढ़कर 992.85 रुपये पर बंद हुए और अडानी पावर के शेयर 1.4% बढ़कर 263 रुपये पर बंद हुए। पिछले हफ्ते, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने अडानी एंटरप्राइजेज की प्रतिभूतियों को अल्पकालिक एएसएम ढांचे से हटा दिया। 24 मई को, दोनों एक्सचेंजों ने अडानी एंटरप्राइजेज को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय (ASM) ढांचे के तहत रखा।
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हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी की अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के खिलाफ धोखाधड़ी और स्टॉक हेरफेर के आरोप लगाया था। हालांकि अडानी समूह ने सभी आरोपों काे सिरे से खारिज कर दिया था। जबकि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पैनल को समूह की कंपनियों में शेयर की कीमत में हेरफेर का कोई सबूत नहीं मिला।
अडानी समूह ने सोमवार को कहा कि उसने एक अमेरिकी शॉर्ट सेलर की खराब रिपोर्ट के बाद निवेशकों का भरोसा वापस जीतने के प्रयास में पूर्व भुगतान कार्यक्रम को पूरा करने के लिए कुल 2.65 बिलियन डॉलर का ऋण चुकाया है। सोमवार को जारी एक क्रेडिट नोट में अडानी ग्रुप ने कहा कि उसने 2.15 बिलियन डॉलर के ऋण का पूर्ण पूर्व भुगतान किया है, जो कि समूह की सूचीबद्ध फर्मों में शेयरों को गिरवी रखकर लिया गया था।