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अडानी ग्रुप के बाद एक और कंपनी को लेकर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद कंपनी के शेयरों को तगड़ा झटका लगा है और उनमें तेज गिरावट आई है। यह कंपनी एक्टिविस्ट इनवेस्टर कार्ल इकान की है और इसका नाम इकान एंटरप्राइजेज एलपी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के अगले दिन ही इकान एंटरप्राइजेज के शेयर 20 पर्सेंट लुढ़क गए थे।
रिपोर्ट आने के बाद से 35% गिर गए शेयर
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से इकान एंटरप्राइजेज के शेयर करीब 35 पर्सेंट गिर गए हैं। इकान एंटरप्राइजेज के शेयर गुरुवार को 31.78 डॉलर के इंट्रा डे लो पर पहुंच गए। यह पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय में कंपनी के शेयरों का निचला स्तर है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कार्ल इकान की हिस्सेदारी को ओवर-वैल्यूड करने और डिविडेंड पेमेंट्स के लिए पोंजी जैसे स्ट्रक्चर पर भरोसा करने का आरोप लगाया गया है।
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कंपनी में कार्ल इकान की करीब 85% हिस्सेदारी
कार्ल इकान की अपनी इनवेस्टमेंट फर्म इकान एंटरप्राइजेज में करीब 85 पर्सेंट हिस्सेदारी है। कार्ल इकान ने पर्सनल लोन के लिए अपनी 60 पर्सेंट से ज्यादा हिस्सेदारी को गिरवी रखा है। कार्ल इकान की कंपनी को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट मंगलवार को आई थी। फोर्ब्स के मुताबिक, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से कार्ल इकान की दौलत 7.5 अरब डॉलर घट गई है और अब उनकी नेटवर्थ 10.8 बिलियन डॉलर है। इकान एंटरप्राइजेज के पहली तिमाही के नतीजे शुक्रवार को आने हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।