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अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट के बीच इसके शेयर नियामकीय निगरानी में आए हैं। हालांकि, पूर्व में जोरदार तेजी के साथ भी इस पर नियामकों की नजर थी और निगरानी बढ़ाई गई थी। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में आसामान्य रूप से कीमतों में तेजी और गिरावट तथा प्रवर्तकों के अधिक संख्या में शेयर गिरवी रखे जाने को लेकर नियामकीय निगरानी कार्रवाई विभिन्न अवधि के लिए 2019 से ही जारी है। 3 फरवरी, 2023 की स्थिति के अनुसार, अडानी समूह की कंपनियों के छह शेयर अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था (एएसएम) के दायरे में हैं।
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सेबी और शेयर बाजार ने संबंधित शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव से निपटने को लेकर अतिरिक्त निगरानी उपाय किए हैं। जब कभी किसी शेयर की कीमतों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव होता है, अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था स्वत: चालू हो जाती है। एनएमआईएमएस इंदौर में स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एसबीएम) के एसोसिएट प्रोफेसर निरंजन शास्त्री ने कहा कि एएसएम व्यवस्था सबसे पहले 2018 में आई थी।
अडानी समूह के पांच शेयर कैश सेगमेंट में
अडानी समूह के पांच शेयर कैश सेगमेंट में हैं। इनमें से अडानी ग्रीन एनर्जी लि. अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था दायरे में आने के बाद से कुल 1,208 दिनों में से 520 दिनों के लिए एएसएम निगरानी के अंतर्गत हैं। अडानी पावर जब पहली बार अतिरिक्त निगरानी दायरे में आया, उस समय से 780 दिनों में से 511 दिनों के लिए अल्पकालीन या दीर्घकालीन एएसएम दायरे में हैं। इसमें से 267 दिनों के लिए कंपनी कीमत में वृद्धि को लेकर कड़ी निगरानी के अंतर्गत थी।
किस पर कितने दिन निगरानी
अडानी ट्रांसमिशन निगरानी दायरे में आने के बाद से कुल 1,618 दिन में से 508 दिन के लिए अल्पकालीन या दीर्घकालीन एएसएम व्यवस्था के अंतर्गत था। इसी प्रकार, अडानी टोटल गैस 774 में से 493 दिन के लिए एएसएम सूची में था। अडानी विल्मर आठ फरवरी, 2022 को सूचीबद्ध हुआ। पहली बार एएसएम दायरे में आने के बाद यह 151 दिन अतिरिक्त निगरानी में था। कीमत वृद्धि के कारण इसे कड़ी निगरानी में रखा गया था।
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अडानी समूह के दो शेयर नकद और वायदा एवं विकल्प खंड में है। जहां दीर्घकालीन एएसएम लागू नहीं है। अडानी एंटरप्राइजेज लि. और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लि. प्रवर्तकों द्वारा अधिक मात्रा में शेयर गिरवी रखे जाने की वजह से पिछले एक साल से अल्पकालीन एएसएम व्यवस्था के अंतर्गत हैं।