अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की लिस्टेड सभी 10 कंपनियों के शेयरों में 75 फीसद तक की गिरावट आई। इसके बाद अब तक अडानी पोर्ट्स और अडानी एंटरप्राइजेज ही अपने हाल के निचले स्तर से कुछ हद तक रिकवरी की है। अडानी ग्रुप की कंपनियों में अडानी पोर्ट्स, अडानी विल्मर, एसीसी, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अंबुजा सीमेंट्स और एनडीटीवी शामिल हैं। इनमें एसीसी, अंबुजा सीमेंट्स और एनडीटीवी हाल ही में अधिग्रहित किए गए हैं।
एसीई इक्विटी से उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि अडानी पोर्ट्स और अडानी एंटरप्राइजेज ने 15 फरवरी तक पिछले 8 कारोबारी सेशन में क्रमशः 44.1 फीसद और 74.9 फीसद की बढ़त हासिल की है। इससे पहले समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में गिरावट आई थी। अडानी एंटरप्राइजेज 24 जनवरी, 2023 को 3,442.75 रुपये से 3 फरवरी को इंट्रा-डे लो 1,017.10 रुपये पर आ गया था। इसी तरह, अडानी पोर्ट्स के शेयर 24 जनवरी को 760.85 रुपये से 3 फरवरी को गिरकर 394.95 रुपये लो पर आ गए।
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अडानी समूह की हाल ही में अधिग्रहीत एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स जैसी प्रमुख सीमेंट कंपनियों में भी 24 जनवरी, 2023 से भारी गिरावट देखी गई। 15 फरवरी, 2023 को एसीसी 3 फरवरी के 1,696.05 रुपये के निचले स्तर से 9.2 फीसद ऊपर था। हालांकि 24 जनवरी 2023 को यह 2,336.2 रुपये पर था। वहीं, अंबुजा सीमेंट्स ने भी 2 फरवरी के 315.30रुपये के निचले स्तर से अब तक 9.3 फीसद की रिकवरी की है। कंपनी के शेयर 24 जनवरी, 2023 को 498.55 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
अडानी समूह की अन्य प्रमुख कंपनियों, अडानी विल्मर और नई दिल्ली टेलीविज़न (NDTV) ने भी हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद अपने निम्न स्तर के मुकाबले 4.4 फीसद और 4.7 फीसद की रिकवरी की है। हालांकि, अडानी विल्मर और एनडीटीवी अभी भी 24 जनवरी से 33.6 फीसद और 33.7 फीसद नीचे हैं।
इसके विपरीत, अदानी पावर, अदानी टोटल गैस, अदानी ट्रांसमिशन और अदानी ग्रीन एनर्जी ने अब तक रिकवरी के कोई संकेत नहीं दिखाए हैं। अडानी टोटल गैस का स्टॉक 24 जनवरी को 3,885.45 रुपये से गिरकर 15 फरवरी को 1,078.85 रुपये पर आ गया, जो पिछले 15 कारोबारी सत्रों में 72.2 फीसद की गिरावट का संकेत है।
इसके बाद अडानी ग्रीन एनर्जी का स्थान है, जो पिछले महीने 24 जनवरी को 1,913.55 रुपये से 15 फरवरी को 67.6 फीसद गिरकर 620.75 रुपये पर आ गया। अडानी ट्रांसमिशन और अडानी पावर 24 जनवरी से क्रमशः 63.1 फीसद और 48.7 फीसद टूट गए।
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अडानी समूह के शेयरों पर स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि कोई भी अदानी समूह के कारोबार पर सवाल उठा रहा है। एक बार मामला सुलझने के बाद वे पटरी पर लौट आएंगे, लेकिन इसमें थोड़ा समय लगेगा। ज्यादातर शेयर अभी भी काफी महंगे हैं।’
(डिस्क्लेमर: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)