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अंबानी-अडानी को महंगी लगी दिवालिया कंपनी की डील, दिलचस्पी के बाद भी नहीं लगाई बोली

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Future Group: देश के दो बड़े अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) ने फ्यूचर ग्रुप की संपत्ति खरीदने की रेस से खुद को अलग कर लिया है। फ्यूचर ग्रुप के एसेट्स के भारी वैल्यूएशन की वजह से मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की कंपनियों ने अपना इरादा बदला है। हालांकि, इस फैसले को लेकर दोनों कारोबारी समूह की ओर से अब तक आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने बिजनेस टुडे से बताया- मुकेश अंबानी का रिलायंस समूह फ्यूचर ग्रुप की कई संपत्ति खरीदने का इच्छुक था। सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज की अपने रिटेल वेंचर के लिए FBB, CENTRAL जैसे ब्रांड खरीदने में दिलचस्पी थी।

इसके अलावा अलग-अलग लोकेशन पर फ्यूचर ग्रुप के एसेट वेयरहाउसिंग और सप्लाई चेन पर रिलायंस की नजर थी। हालांकि, वैल्यूएशन रिलायंस की योजनाओं के अनुरूप नहीं था। एक सूत्र के मुताबिक एसेट्स का वैल्यूएशन 9,000 करोड़ रुपये से अधिक था, जिसके कारण रिलायंस समूह प्रबंधन को अपना रुख बदलना पड़ा। वहीं, अडानी समूह ने भी अपनी एक रियल एस्टेट फर्म के जरिए फ्यूचर ग्रुप की कई संपत्तियों में रुचि दिखाई थी, लेकिन बाद में योजना को बदल दिया।

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फ्यूचर रिटेल को मिले 6 खरीदार
कर्ज के बोझ से दबी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड के कर्जदाताओं को कर्ज समाधान योजना के तहत 15 मई तक संभावित खरीदारों से छह बोलियां मिली हैं। इस कंपनी के लिए कर्ज समाधान योजना पेश करने की अंतिम तारीख 15 मई तय की गई थी। इसके लिए 48 कंपनियों को चुना गया था लेकिन समयसीमा खत्म होने तक सिर्फ 6 प्रस्ताव ही जमा किए गए। कर्ज चुकाने में नाकाम रहने पर कर्जदाताओं ने उसके खिलाफ कर्ज समाधान प्रक्रिया शुरू की है। इसी सिलसिले में ये बोलियां आमंत्रित की गई थीं।

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